रविवार, 14 अक्तूबर 2012

चेतना का स्तर




       कभी-कभी दैनिक जीवन में घटने वाली कुछ घटनाओं को हम नजरअंदाज कर आगे बढ़ जाते हैं...छोटी ही सही लेकिन वे हमें कुछ सोचने पर विवश कर देती हैं... ऐसी ही एक घटना मुझे तब याद आई जब मैंने एक अख़बार में इस दुखद खबर को पढ़ा ''सड़क पार करते एक सांप को बचाने में ट्रैक्टर पलटने से उसके ड्राइवर समेत दो लोग मारे गए^^ इसे पढ़ याद आने वाली घटना कुछ इस प्रकार थी....एक बार मैं किसी सड़क से गुजर रहा था... मैंने देखा सड़क के किनारे की खंती से निकल कर एक नेवला उसके पक्के किनारे तक बड़ी तेजी से आया.... और किनारे पर ही रुक गया... फिर अपने पिछले दोनों पैरों के सहारे खड़ा हो सिर को दायें बाएं घुमा कर ऐसे देखा जैसे वह आने जाने वाले वाहनों का जायजा ले रहा हो... इसके तत्काल बाद बड़ी तेजी से सड़क पार कर गया....

अखबार में खबर पढ़ने के बाद उक्त देखी घटना के याद आने से मैं कुछ सोचने पर विवश हो गया.... जो जीवन का सम्मान करते हैं हमें उनका दिल से सम्मान करना चाहिए... हमारी चेतना हमारी संवेदनशीलता की गहराई पर निर्भर करती है.... नेवले का सड़क पर आती जाती गाड़ियों को देखते हुए उससे बच कर निकलने की संवेदनशीलता और सांप को सड़क पार करते हुए देख कर उसे बचाने की ट्रैक्टर ड्राइवर की संवेदनशीलता... दोनों सम्मान के विषय हैं... सृष्टि का उद्देश्य चेतना के इसी स्तर को पाना है|        

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